जिस बापू ने देश को बचाने के लिए अपनी पुर जिंदगी न्योछावर कर दी आज उनके चश्मे, चप्पल आदि को बचाकर विजय माल्या ने यह तो साबित कर ही दिया है की हम भारतीय अपने धरोहरों, अपने आत्मसम्मान और अपनी गरिमा को काफी महत्ता देते हैं. अब वो दिन नहीं रहा जब हम पैसे के आभाव में कभी कभी अपनी बेइज्जती बर्दाश्त कर लेते थे.
आज भारत एक गरिमावान विश्व शक्ति के रूप में उभर कर सामने आ रहा है. आज हम भारतीय पुरे विश्व के सामने यह साबित कर चुके हैं कि हम में वह सब बातें हैं वे सारी खूबियाँ हैं जिसके बल पर हम एक विश्व शक्ति के रूप में उभर कर सामने आने का अदम्य साहस रखते हैं.
आदरणीय विजय माल्या जी - भले ही आपके द्वारा बनाये हुए शराब को पीकर बहूत सारे परिवार बर्बादी के कगार पर पहुँच गए हो लेकिन उन्ही शराब के पैसे से आपने भारत की गरिमा बापू के यादों को बचा लिया है. आपको सलाम.
Thursday, March 5, 2009
बच गयी देश की धरोहर
Posted by वंदे मातरम at 11:07 PM
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment